Yoga day
International Yoga Day 2024:अंतरराष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है, जो उत्तरी गोलार्ध में वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन का चयन इसके सांस्कृतिक और प्राकृतिक महत्व के कारण किया गया। यह दिवस 2015 से मनाया जा रहा है, जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रस्ताव पर संयुक्त राष्ट्र ने इसे स्वीकृति दी। इस दिन का उद्देश्य योग के स्वास्थ्य लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना, स्वस्थ जीवनशैली को प्रोत्साहित करना और विश्व भर में शांति और सद्भाव को बढ़ावा देना है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है, बल्कि मानसिक तनाव और अवसाद जैसी समस्याओं से निपटने में भी मदद करता है, इस प्रकार यह व्यक्तिगत और सामूहिक कल्याण में योगदान देता है।
International Yoga Day 2024
International Yoga Day 2024: 21 जून को ही क्यों मनाते हैं योग दिवस, जानें इस दिन का इतिहास और महत्व
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day), जो हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है, एक ऐसा वैश्विक उत्सव है जो योग के अनमोल लाभों को उजागर करता है। यह प्राचीन भारतीय विधा, जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य का एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है, दुनिया भर में तेजी से लोकप्रियता हासिल कर रही है। इस दिन का उद्देश्य न केवल योग के बारे में जागरूकता फैलाना है, बल्कि लोगों को इसे अपनी दैनिक दिनचर्या में शामिल करने के लिए प्रोत्साहित करना भी है। योग के नियमित अभ्यास से तनाव में कमी, लचीलेपन में वृद्धि, शारीरिक शक्ति का विकास और समग्र कल्याण में सुधार जैसे कई लाभ मिलते हैं। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 इन लाभों पर प्रकाश डालेगा और दुनिया भर के लोगों को एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करेगा, जो न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देगा बल्कि वैश्विक स्तर पर सामंजस्य और शांति को भी बढ़ाएगा।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Yoga day) का इतिहास
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day) का इतिहास योग के वैश्विक महत्व को दर्शाता है। यह दिवस पहली बार 21 जून 2015 को मनाया गया, जो भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक महत्वपूर्ण पहल का परिणाम था। सितंबर 2014 में, प्रधानमंत्री मोदी ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में इस विचार को प्रस्तुत किया। उनके प्रस्ताव को व्यापक समर्थन मिला, और 11 दिसंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र के सभी 193 सदस्य देशों ने सर्वसम्मति से 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में मान्यता दी। इस दिवस का उद्देश्य योग के बहुआयामी लाभों के बारे में जागरूकता फैलाना और इसे दैनिक जीवन में शामिल करने को प्रोत्साहित करना है। प्रतिवर्ष, दुनिया भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिनमें सामूहिक योग सत्र, कार्यशालाएं और सेमिनार शामिल हैं। इन आयोजनों में आम नागरिकों से लेकर प्रसिद्ध हस्तियों तक सभी भाग लेते हैं, जो योग के महत्व को उजागर करता है।
योग, जो एक प्राचीन भारतीय विज्ञान है, अब वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है और इसे शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य के लिए एक समग्र दृष्टिकोण के रूप में देखा जाता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है, बल्कि यह वैश्विक एकता और सद्भाव का भी प्रतीक है।
21 जून को ही क्यों मनाते हैं योग दिवस(Yoga day)?
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस, जो हर वर्ष 21 जून को मनाया जाता है, एक महत्वपूर्ण वैश्विक आयोजन है जो योग के बहुआयामी लाभों पर प्रकाश डालता है। यह तिथि उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति के साथ मेल खाती है, जो वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन के चयन का आध्यात्मिक महत्व भी है, क्योंकि यह सूर्य के दक्षिणायन की शुरुआत का प्रतीक है। योग न केवल शारीरिक लचीलापन और शक्ति बढ़ाता है, बल्कि मानसिक शांति और तनाव प्रबंधन में भी मदद करता है। 2024 में, यह योग दिवस का 10वां संस्करण है, जो इसके बढ़ते वैश्विक महत्व को दर्शाता है। प्रत्येक वर्ष एक विशिष्ट थीम के साथ मनाया जाता है, जो योग के विभिन्न पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है। आज की तेज़ रफ़्तार जीवनशैली में, जहां तनाव और स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं, योग एक प्राकृतिक और प्रभावी समाधान के रूप में उभरा है। यह दिवस न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है, बल्कि वैश्विक एकता और सद्भाव का भी प्रतीक है।
2024 Theme: Yoga for self and society
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024 का 10वां संस्करण “स्वयं और समाज के लिए योग” थीम के साथ मनाया जा रहा है, जो योग के व्यापक प्रभाव को रेखांकित करता है। योग एक ऐसा परिवर्तनकारी अभ्यास है जो व्यक्तिगत और सामाजिक स्तर पर गहरा असर डालता है। यह मन और शरीर के बीच सामंजस्य स्थापित करता है, विचार और क्रिया में संतुलन लाता है, और संयम और पूर्णता की एकता का प्रतीक है। योग का समग्र दृष्टिकोण शरीर, मन, और आत्मा को एकीकृत करके स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है। यह हमारे व्यस्त जीवन में शांति और स्थिरता लाने में मदद करता है। इस विशेष दिन पर, हम योग की इसी परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मनाते हैं, जो न केवल व्यक्तिगत जीवन में बल्कि समाज के स्तर पर भी सकारात्मक बदलाव ला सकती है। योग का यह व्यापक दृष्टिकोण वैश्विक स्वास्थ्य, शांति और सद्भाव की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस (Yoga day) का महत्व 2024:
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day) योग और प्राणायाम के महत्व को उजागर करने का एक वैश्विक अवसर है। यह दिवस लोगों को योग के व्यापक लाभों के प्रति जागरूक करता है, जो केवल शारीरिक स्वास्थ्य तक सीमित नहीं हैं, बल्कि मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण को भी बढ़ावा देते हैं। योग एक समग्र स्वास्थ्य प्रणाली है जो तनाव प्रबंधन में अत्यंत प्रभावी है। नियमित योगाभ्यास से शरीर में लचीलापन बढ़ता है, मांसपेशियाँ मजबूत होती हैं, और समग्र फिटनेस में सुधार होता है। इसके अतिरिक्त, योग कई गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के प्रबंधन में सहायक है। उदाहरण के लिए, नियमित योग अभ्यास से मोटापा नियंत्रित करने, मधुमेह प्रबंधन में सहायता, और उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद मिल सकती है। कई मामलों में, योग दवाओं पर निर्भरता को कम करने या कुछ बीमारियों को प्राकृतिक रूप से प्रबंधित करने में मदद कर सकता है। यह दिवस योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के महत्व पर जोर देता है, जिससे न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य में सुधार होता है, बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव भी आता है। योग की यह व्यापक दृष्टि स्वस्थ जीवनशैली और बेहतर जीवन गुणवत्ता की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
2024 थीम: स्वयं और समाज के लिए योग
इस वर्ष का 10वां अंतरराष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day) “स्वयं और समाज के लिए योग” थीम के साथ मनाया जा रहा है, जो योग के व्यापक प्रभाव को उजागर करता है। योग एक परिवर्तनकारी अभ्यास है जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य, विचार और क्रिया में संतुलन, तथा संयम और पूर्णता की एकता स्थापित करता है। यह शरीर, मन और आत्मा को एकीकृत करके स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण प्रदान करता है, जो हमारे व्यस्त जीवन में शांति लाता है। इस विशेष दिन पर, हम योग की इसी परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मनाते हैं, जो न केवल व्यक्तिगत स्तर पर बल्कि समाज के स्तर पर भी गहरा प्रभाव डालती है, और हमें बेहतर स्वास्थ्य, मानसिक शांति और सामाजिक सद्भाव की ओर ले जाती है।
10वां अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day) कार्यक्रम
दिनांक: 21 जून 2024, शाम 6:00 बजे (ईडीटी)
स्थान: संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय, न्यूयॉर्क
संयुक्त राष्ट्र सचिवालय के सहयोग से संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन द्वारा आयोजित यह कार्यक्रम यूएन मुख्यालय के उत्तरी लॉन क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा।
योग क्या है और हम इसे क्यों मनाते हैं?
योग एक प्राचीन भारतीय विधा है जो शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक कल्याण का समग्र दृष्टिकोण प्रदान करती है। ‘योग’ शब्द का अर्थ है ‘जुड़ना’ या ‘एकजुट होना’, जो शरीर और मन के सामंजस्य का प्रतीक है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक समग्र तरीका है जो स्वयं, समाज और प्रकृति के साथ सद्भाव स्थापित करता है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना योग के वैश्विक महत्व को दर्शाती है। 11 दिसंबर 2014 को, संयुक्त राष्ट्र ने 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस घोषित किया। यह प्रस्ताव भारत द्वारा पेश किया गया था और रिकॉर्ड 175 देशों ने इसका समर्थन किया, जो योग की सार्वभौमिक स्वीकृति को दर्शाता है। इस दिवस का उद्देश्य योग के बहुआयामी लाभों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना है। योग न केवल शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार करता है, बल्कि मानसिक शांति और आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक है। यह गैर-संचारी रोगों जैसे हृदय रोग, कैंसर और मधुमेह के जोखिम को कम करने में मदद करता है, जो आधुनिक जीवनशैली की प्रमुख चुनौतियां हैं। प्रसिद्ध योग गुरु बी.के.एस. अयंगर के अनुसार, “योग दैनिक जीवन में संतुलित दृष्टिकोण विकसित करने और कार्यों में कुशलता लाने का माध्यम है।” यह कथन योग के व्यापक प्रभाव को दर्शाता है, जो केवल शारीरिक लाभों तक सीमित नहीं है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित करना और योग को दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने के महत्व को समझाना है। यह दिवस हमें याद दिलाता है कि योग केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि जीवन जीने का एक समग्र तरीका है जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण की ओर ले जाता है।
अमूर्त सांस्कृतिक विरासत में योग
योग को 2016 में मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की प्रतिनिधि सूची में शामिल किया गया, जो इसके गहरे सांस्कृतिक महत्व को दर्शाता है। यह प्राचीन भारतीय अभ्यास समाज के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करता है, जैसे स्वास्थ्य, शिक्षा और कला। योग का मूल सिद्धांत मन, शरीर और आत्मा के एकीकरण पर आधारित है, जो समग्र स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। इसके मूल्य भारतीय समुदाय के लोकाचार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गए हैं, जो मानसिक, आध्यात्मिक और शारीरिक कल्याण में संतुलन स्थापित करते हैं। यह केवल एक व्यायाम नहीं, बल्कि एक जीवन पद्धति है जो व्यक्तिगत और सामाजिक कल्याण को बढ़ावा देती है।
हम अंतर्राष्ट्रीय दिवस क्यों मनाते हैं?
अंतर्राष्ट्रीय दिवस और सप्ताह महत्वपूर्ण वैश्विक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने, लोगों को शिक्षित करने, और समस्याओं के समाधान के लिए संसाधन जुटाने के प्रभावी माध्यम हैं। ये मानवता की उपलब्धियों का जश्न मनाने का भी अवसर प्रदान करते हैं। हालांकि इनका इतिहास संयुक्त राष्ट्र से पुराना है, संयुक्त राष्ट्र ने इन्हें एक शक्तिशाली वकालत उपकरण के रूप में अपनाया है। संयुक्त राष्ट्र के अन्य उत्सव भी इसी तरह वैश्विक एकजुटता और सहयोग को बढ़ावा देते हैं।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: महत्व और कार्यक्रम
हर साल 21 जून को मनाए जाने वाले अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का विषय इस वर्ष ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है। यह थीम योग के व्यक्तिगत और सामाजिक लाभों पर प्रकाश डालती है। एक अधिकारी के अनुसार, इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी 7,000 से अधिक प्रतिभागियों के साथ कश्मीर की प्रसिद्ध डल झील के किनारे योग करेंगे, जो इस आयोजन को विशेष महत्व प्रदान करेगा। ‘योग’ शब्द संस्कृत से आया है, जिसका अर्थ है ‘जुड़ना या एकजुट होना’। यह नाम ही योग के मूल उद्देश्य को दर्शाता है – शरीर और मन का मिलन। नियमित योगाभ्यास से शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है और मानसिक कल्याण बढ़ता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की उत्पत्ति भारत में हुई, जो योग की जन्मभूमि है, और अब यह विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त है।
2024 Theme: Yoga for self and society
योग दिवस 2024 की थीम ‘स्वयं और समाज के लिए योग’ है, जो योग के व्यक्तिगत और सामूहिक लाभों पर प्रकाश डालती है। योग स्वास्थ्य और कल्याण के प्रति एक समग्र दृष्टिकोण प्रस्तुत करता है, जो हमारे व्यस्त जीवन में आवश्यक संतुलन लाने में सहायक है। यह केवल शारीरिक व्यायाम नहीं, बल्कि मन, शरीर और आत्मा के बीच सामंजस्य स्थापित करने का एक माध्यम है। इस विशेष दिन पर, हम योग की परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मनाते हैं, जो व्यक्तिगत स्वास्थ्य से लेकर सामाजिक सद्भाव तक, जीवन के हर पहलू को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: इतिहास
संयुक्त राष्ट्र ने 11 दिसंबर, 2014 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना की। यह निर्णय भारतीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में किए गए प्रस्ताव के प्रतिउत्तर में लिया गया। पहला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 21 जून, 2015 को मनाया गया। इस तिथि का चयन विशेष महत्व रखता है। यह दिन उत्तरी गोलार्ध में ग्रीष्म संक्रांति के साथ मेल खाता है, जो वर्ष का सबसे लंबा दिन होता है। इस दिन को प्रकाश और स्वास्थ्य का प्रतीक माना जाता है, जो योग के सिद्धांतों और लाभों के साथ सुंदर तालमेल बिठाता है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस: महत्व
योग एक समग्र विधा है जो केवल शारीरिक व्यायाम से कहीं अधिक है। यह शरीर और मन के साथ-साथ आत्मा को भी सशक्त बनाने का माध्यम है। आधुनिक जीवन की तेज़ रफ्तार में, योग को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाना हर व्यक्ति के लिए लाभदायक हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, आयुष मंत्रालय प्रतिवर्ष नई दिल्ली के राजपथ पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करता है। इस आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल होते हैं, जो इसके महत्व को रेखांकित करता है। यह दिवस दुनिया भर के लोगों को एकजुट होकर योग करने का अवसर प्रदान करता है, जो वैश्विक एकता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक है।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: दुनिया भर में समारोह और कार्यक्रम
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024: आयोजन और महत्व
21 जून, 2024 को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाएगा, जिसका विषय “महिला सशक्तिकरण के लिए योग” है। इस वर्ष का लक्ष्य योग को स्वास्थ्य और शांति के लिए एक वैश्विक आंदोलन के रूप में स्थापित करना है, जिसमें महिलाओं के सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में डल झील के किनारे इस दिवस का नेतृत्व करेंगे। कार्यक्रम शेर-ए-कश्मीर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन केंद्र (एसकेआईसीसी) में बुलेवार्ड रोड पर आयोजित किया जाएगा, जहाँ लगभग 3,000 से 4,000 लोगों के भाग लेने की उम्मीद है। प्रतिभागियों में छात्र, पुलिस अधिकारी, खेल जगत की हस्तियाँ, योग प्रेमी और राजनीतिक कार्यकर्ता शामिल होंगे। सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए, श्रीनगर को “अस्थायी रेड जोन” घोषित किया गया है, जिसके तहत शहर में ड्रोन और क्वाडकॉप्टर के उपयोग पर प्रतिबंध लगाया गया है। अधिकारी बहुस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था स्थापित करेंगे। ग्रामीण क्षेत्रों में योग के प्रसार को बढ़ावा देने के लिए, प्रधानमंत्री ने प्रत्येक ग्राम प्रधान को पत्र लिखा है। यह पहल केंद्रीय आयुष राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव द्वारा बताई गई। पिछले वर्ष 2023 में, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस(Yoga day) कार्यक्रम में दुनिया भर से कुल 23.4 करोड़ लोगों ने भाग लिया था। एक ही स्थान पर 84 देशों के लोग योग सत्र में शामिल हुए थे, और हर साल प्रतिभागियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की स्थापना संयुक्त राष्ट्र द्वारा 2014 में की गई थी, जिसका उद्देश्य योग के लाभों को बढ़ावा देना है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 में संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने भाषण के दौरान इस विचार को पहली बार प्रस्तुत किया था। यह दिवस स्वास्थ्य, शांति और अब महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित है, जो योग के व्यापक लाभों और वैश्विक महत्व को प्रदर्शित करता है।
योग क्या है और योग के लाभ
योग एक समग्र विधा है जो केवल शारीरिक व्यायाम से कहीं अधिक है। यह शरीर और मन के साथ-साथ आत्मा को भी सशक्त बनाने का माध्यम है। आधुनिक जीवन की तेज़ रफ्तार में, योग को दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाना हर व्यक्ति के लिए लाभदायक हो सकता है। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर, आयुष मंत्रालय प्रतिवर्ष नई दिल्ली के राजपथ पर एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन करता है। इस आयोजन में प्रधानमंत्री मोदी भी शामिल होते हैं, जो इसके महत्व को रेखांकित करता है। यह दिवस दुनिया भर के लोगों को एकजुट होकर योग करने का अवसर प्रदान करता है, जो वैश्विक एकता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता का प्रतीक है।