sad status
sad status
“बहुत अंदर तक तबाह कर देते हैं
वो अश्क़ जो आँखों से गिर नहीं पाते। “

“आँसुओ का कोई वज़न नहीं होता,
लेकिन निकल जाने पर मन हल्का हो जाता है”
“लोग कहते हैं दु:ख बुरा होता है जब भी आता है रुलाकर जाता है
लेकिन हम कहते दु:ख अच्छा होता है जब भी आता है कुछ सिखा कर जाता है !!”
“जो लोग दर्द को समझते हैं
वो लोग कभी दर्द की वजह नहीं बनते “
” मेरे ग़म का छोटा सा हिस्सा लेकर तो देखो ,
मरने की ख्वाहिश न करने लगे तो कहना “
” दर्द मुझको ढूंढ़ लेता है रोज़ नए बहाने से
वो हो गया वाक़िफ़ मेरे हर ठिकाने से “
” अपनी पीठ से निकले खंजरों को जब गिना मैंने,
ठीक उतने ही निकले जितनो को गले लगाया था मैंने “
” ज़िन्दगी में कुछ ज़ख्म ऐसे होते है जो कभी नहीं भरते
बस इंसान उन्हें छुपाने का हुनर सीख जाता है “
उदास करती है मुझे हर रोज़ ये शाम,
ऐसा लगता है जैसे कोई भुला रहा है धीरे-धीरे…!!
” परख से परे है
ये शख़्सियत मेरी
मैं उन्हीं के लिए हूँ,
जो समझें कदर मेरी “
” किसी को उजाड़ कर बसे तो क्या बसे
किसी को रुलाकर हँसे तो क्या हँसे “
” जिन्हें नींद नहीं आती
उन्हें को मालूम है
सुबह आने में
कितने ज़माने लगते हैं “
“ये दिन भी क़यामत की तरह गुज़रा है
न जाने क्या बात थी हर बात पर रोना आया “
दिल उदास है, आँखें नम हैं,
ज़िंदगी में बस ग़म ही ग़म हैं,
हर ख्वाब टूटा, हर सपना बिखरा,
अब तो बस अंधेरा ही सहरा।
sad status
खामोशी में डूबा है दिल मेरा,
हर पल बस टूटा सवेरा,
आंसुओं ने छुपाया दर्द मेरा,
ज़िंदगी अब बोझ है बस्तेरा।
चुपके से आंसू बहते हैं रात में,
दर्द छुपा है हर एक बात में,
ख्वाबों का मंज़र अब धुंधला सा,
दिल में बस्ता है बस ग़म का बस्ता।
sad status
मुस्कान खो गई, दिल बेकरार,
हर कदम पर अंधेरा बेकरार,
ज़िंदगी अब सिर्फ़ साये जैसी,
हर पल बस तन्हाई की बासी।
ज़ख्म गहरे, दिल बेचैन है,
हर सांस में बस दर्द का मैन है,
खामोश लब, आँखें बरसती,
ज़िंदगी अब सिर्फ़ सिसकती।
sad status
दिल में बस्ती है उदासी की रात,
हर सपने पर छाई है साये की बात,
खामोशी अब मेरी सहेली बनी,
हर पल बस ग़म की सैर करनी।
sad status
टूटे दिल की कोई सुनता नहीं,
दर्द अब मुझसे रुकता नहीं,
आँखों में बस आंसुओं का मेला,
ज़िंदगी अब एक तन्हा खेला।
हर रात बस आंसू बरसते हैं,
ख्वाब मेरे अब टूट के हंसते हैं,
दिल में बस्ता है एक सन्नाटा,
ज़िंदगी अब बस एक खाटा।
उदास दिल की कोई बात न पूछ,
हर सवाल का जवाब है सूख,
ज़िंदगी अब बस एक बोझ सा,
हर कदम पर ग़म का रोज़ सा।
खामोश रातें, बेचैन दिन,
दिल में बस्ता है बस ग़म का पिन,
हर सपना अब धुंधला सा हो गया,
ज़िंदगी का रंग फीका सा हो गया।
sad status
दिल में बस्ती है सिर्फ़ उदासी,
हर ख्वाब की अब टूटी बुनियादी,
आँखें बरसती हैं चुपके से रात में,
दर्द छुपा है मेरी हर बात में।
sad status
ज़िंदगी अब एक बोझ बन गई,
हर मुस्कान अब खो गई,
दिल में बस ग़म का मेला सजा,
हर पल तन्हाई ने गले लगाया।
sad status
टूटे सपनों का मंज़र बाकी,
दिल में बस्ती है बस तन्हाई की लकी,
आँखों में आंसू, लबों पर सन्नाटा,
ज़िंदगी अब बस एक खाली नाटक।
हर सांस में बस दर्द का आलम,
दिल में बस्ता है सिर्फ़ ग़म,
खामोशी अब मेरी ज़ुबान बनी,
ज़िंदगी की राहें सूनी बनी।
sad status
दिल के ज़ख्म अब गहरे हो गए,
सपने सारे अब ठहरे हो गए,
आँखों में बस आंसुओं का सैलाब,
ज़िंदगी अब एक टूटा ख्वाब।
रातें उदास, दिन बेकरार,
दिल में बस्ता है ग़म का संसार,
हर कदम पर साये साथ चलते,
ख्वाब मेरे अब चुपके से जलते।
sad status
टूटा दिल, टूटी हर आस,
ज़िंदगी अब बस एक उदास,
आँखों में बस आंसू बरसते,
दर्द के साये मुझ पर तरसते।
खामोश लब, उदास नज़र,
दिल में बस्ता है ग़म का असर,
ज़िंदगी अब एक बोझ बन गई,
हर मुस्कान अब खो गई।
sad status
दिल में बस्ता है बस एक सन्नाटा,
हर ख्वाब अब बन गया खाटा,
आँखों में आंसू, दिल में उदासी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की बासी।
हर रात बस ग़म का मेला,
दिल में बस्ता है तन्हाई का खेला,
सपने सारे अब बिखर गए,
ज़िंदगी के रंग अब ठहर गए।
उदास दिल की सुनता है कौन,
हर सवाल का जवाब है मौन,
ज़िंदगी अब बस एक साये जैसी,
हर पल बस तन्हाई की बासी।
sad status
दिल में बस्ता है ग़म का आलम,
हर सांस में बस दर्द का मलम,
आँखों में आंसू, लबों पर खामोशी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की दोशी।
टूटे सपनों का मंज़र बाकी,
दिल में बस्ती है तन्हाई की लकी,
हर कदम पर ग़म का साया,
ज़िंदगी अब बस एक खाली माया।
sad status
खामोश रातें, बेचैन दिन,
दिल में बस्ता है ग़म का पिन,
सपने सारे अब धुंधले हो गए,
ज़िंदगी के रंग अब सूखे हो गए।
दिल के ज़ख्म अब गहरे हो गए,
सपने सारे अब ठहरे हो गए,
आँखों में बस आंसुओं का मेला,
ज़िंदगी अब एक तन्हा खेला।
उदास दिल की कोई बात न पूछ,
हर सवाल का जवाब है सूख,
ज़िंदगी अब बस एक बोझ सा,
हर कदम पर ग़म का रोज़ सा।
टूटा दिल, टूटी हर आस,
ज़िंदगी अब बस एक उदास,
आँखों में बस आंसू बरसते,
दर्द के साये मुझ पर तरसते।
sad status
खामोश लब, उदास नज़र,
दिल में बस्ता है ग़म का असर,
ज़िंदगी अब एक बोझ बन गई,
हर मुस्कान अब खो गई।
दिल में बस्ता है बस एक सन्नाटा,
हर ख्वाब अब बन गया खाटा,
आँखों में आंसू, दिल में उदासी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की बासी।
sad status
हर रात बस ग़म का मेला,
दिल में बस्ता है तन्हाई का खेला,
सपने सारे अब बिखर गए,
ज़िंदगी के रंग अब ठहर गए।
उदास दिल की सुनता है कौन,
हर सवाल का जवाब है मौन,
ज़िंदगी अब बस एक साये जैसी,
हर पल बस तन्हाई की बासी।
दिल में बस्ता है ग़म का आलम,
हर सांस में बस दर्द का मलम,
आँखों में आंसू, लबों पर खामोशी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की दोशी।
sad status
टूटे सपनों का मंज़र बाकी,
दिल में बस्ती है तन्हाई की लकी,
हर कदम पर ग़म का साया,
ज़िंदगी अब बस एक खाली माया।
sad status
खामोश रातें, बेचैन दिन,
दिल में बस्ता है ग़म का पिन,
सपने सारे अब धुंधले हो गए,
ज़िंदगी के रंग अब सूखे हो गए।
दिल के ज़ख्म अब गहरे हो गए,
सपने सारे अब ठहरे हो गए,
आँखों में बस आंसुओं का मेला,
ज़िंदगी अब एक तन्हा खेला।
उदास दिल की कोई बात न पूछ,
हर सवाल का जवाब है सूख,
ज़िंदगी अब बस एक बोझ सा,
हर कदम पर ग़म का रोज़ सा।
sad status
टूटा दिल, टूटी हर आस,
ज़िंदगी अब बस एक उदास,
आँखों में बस आंसू बरसते,
दर्द के साये मुझ पर तरसते।
खामोश लब, उदास नज़र,
दिल में बस्ता है ग़म का असर,
ज़िंदगी अब एक बोझ बन गई,
हर मुस्कान अब खो गई।
दिल में बस्ता है बस एक सन्नाटा,
हर ख्वाब अब बन गया खाटा,
आँखों में आंसू, दिल में उदासी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की बासी।
हर रात बस ग़म का मेला,
दिल में बस्ता है तन्हाई का खेला,
सपने सारे अब बिखर गए,
ज़िंदगी के रंग अब ठहर गए।
sad status
उदास दिल की सुनता है कौन,
हर सवाल का जव Кузьмин,
ज़िंदगी अब बस एक साये जैसी,
हर पल बस तन्हाई की बासी।
दिल में बस्ता है ग़म का आलम,
हर सांस में बस दर्द का मलम,
आँखों में आंसू, लबों पर खामोशी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की दोशी।
टूटे सपनों का मंज़र बाकी,
दिल में बस्ती है तन्हाई की लकी,
हर कदम पर ग़म का साया,
ज़िंदगी अब बस एक खाली माया।
sad status
खामोश रातें, बेचैन दिन,
दिल में बस्ता है ग़म का पिन,
सपने सारे अब धुंधले हो गए,
ज़िंदगी के रंग अब सूखे हो गए।
sad status
दिल के ज़ख्म अब गहरे हो गए,
सपने सारे अब ठहरे हो गए,
आँखों में बस आंसुओं का मेला,
ज़िंदगी अब एक तन्हा खेला।
उदास दिल की कोई बात न पूछ,
हर सवाल का जवाब है सूख,
ज़िंदगी अब बस एक बोझ सा,
हर कदम पर ग़म का रोज़ सा।
sad status
टूटा दिल, टूटी हर आस,
ज़िंदगी अब बस एक उदास,
आँखों में बस आंसू बरसते,
दर्द के साये मुझ पर तरसते।
खामोश लब, उदास नज़र,
दिल में बस्ता है ग़म का असर,
ज़िंदगी अब एक बोझ बन गई,
हर मुस्कान अब खो गई।
दिल में बस्ता है बस एक सन्नाटा,
हर ख्वाब अब बन गया खाटा,
आँखों में आंसू, दिल में उदासी,
ज़िंदगी अब बस एक तन्हाई की बासी।
हर रात बस ग़म का मेला,
दिल में बस्ता है तन्हाई का खेला,
सपने सारे अब बिखर गए,
ज़िंदगी के रंग अब ठहर गए।
sad status
- अकेले चलना आसान नहीं होता, लेकिन यही राह इंसान को मजबूत बनाती है।
- जब अपने ही अजनबी लगने लगें, तब अकेलापन दिल को और ज्यादा तड़पाता है।
- हर मुस्कान के पीछे एक गहरी उदासी छुपी होती है, जिसे सिर्फ अकेलापन महसूस करने वाले ही समझ सकते हैं।
- अकेलापन दर्द नहीं देता, बल्कि यह सिखाता है कि असली सहारा सिर्फ खुद का होता है।
- भीड़ में रहकर भी अगर दिल अकेला महसूस करे, तो समझो वक्त और हालात ने बहुत कुछ छीन लिया है।
- जो लोग दिल से प्यार करते हैं, वही अक्सर सबसे ज्यादा अकेले रह जाते हैं।
- अकेले रहने की आदत बना लो, क्योंकि लोग जरूरत के हिसाब से साथ छोड़ ही जाते हैं।
- जब कोई साथ नहीं होता, तब इंसान खुद से बातें करने लगता है और यही बातें उसके सबसे बड़े राज़दार बन जाते हैं।
- वक्त बदल जाता है, हालात बदल जाते हैं, लेकिन अकेलेपन की तड़प कभी कम नहीं होती।
- कोई साथ हो या ना हो, जिंदगी जीनी ही पड़ती है, लेकिन अकेले जीने का दर्द सिर्फ वही समझ सकता है जिसने इसे सहा हो।
- जब दिल के करीब कोई नहीं होता, तब इंसान किताबों और यादों में सुकून ढूंढता है।
- प्यार में टूटकर भी मुस्कुराना ही असली ताकत है, लेकिन वो मुस्कान कितनी नकली होती है, यह सिर्फ अकेला इंसान ही जानता है।
- रात के अंधेरे में अकेलापन और भी गहरा महसूस होता है, क्योंकि तब दिल से निकलने वाली आवाज़ें ज़्यादा तेज़ होती हैं।
- किसी को हंसते हुए देखकर यह मत समझो कि वह खुश है, हो सकता है वह अकेलेपन के दर्द को छुपा रहा हो।
- तन्हाई की गहराई में जाकर ही इंसान को खुद की असली पहचान मिलती है।
- अकेलापन इंसान को या तो सोचने पर मजबूर कर देता है या फिर पूरी तरह से तोड़ देता है।
- कभी-कभी ऐसा होता है कि हम खुद ही अपने सबसे अच्छे दोस्त बन जाते हैं, क्योंकि दूसरों पर भरोसा करना बार-बार तकलीफ देता है।
- अकेलापन वही समझ सकता है, जिसने अपना सब कुछ खोकर भी किसी से कुछ नहीं कहा।
- जब जिंदगी के रास्ते में साथ देने वाला कोई ना हो, तब इंसान को खुद ही अपना सहारा बनना पड़ता है।
- दिल में दर्द हो, लेकिन कहने के लिए कोई ना हो – यही अकेलेपन की सबसे बड़ी सजा होती है।